PUBLISHED : Feb 03 , 3:15 AM
इतिहास की कुछ भूलें आज भी देश भुगत रहा: ले. कर्नल मनोज सिन्हा
भोपाल। ‘तब भी बहा था खून, अब भी बह रहा।’ युद्ध के परिणामों को दर्शाती इन पंक्तियों के साथ सेना के वीर सिपाही ले. कर्नल मनोज सिन्हा ने आज की शाम राजधानी के युवाओं से बात की। अवसर था, मध्यप्रदेश प्रेस क्लब और साधना प्लस न्यूज चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘एक शाम शहीदों के नाम’ का। भारतीय जवानों के शौर्य और पराक्रम का स्मरण और नमन करने के उद्येश्य से शहीद दिवस पर यह आयोजन शौर्य स्मारक के मुक्ताकाश मंच पर किया गया था। कार्यक्रम की मुख्यअतिथि संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर थीं, अध्यक्षता गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा कर रहे थे। विशेष अतिथि के रूप में महापौर मालती राय उपस्थित थीं। इस अवसर पर सेना के आठ, पुलिस के छह और जेल के एक शहीद परिवार को सम्मानित किया गया।
- युद्ध का कोई व्याकरण नहीं होता ...
बुलंद आवाज और बोलने के खास अंदाज के साथ युवाओं से बातचीत करते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि युद्ध का कोई व्याकरण नहीं होता। उन्होंने दुश्मनों को लगभग ललकारते हुए कहा कि युद्ध ऐसा मैच है जिसमें कोई रेफरी या अंपायर नहीं होता। आप भी लड़ते चलो, हम भी लड़ते चलें। जिसमें ताकत होगी वो जीतता जायेगा। देश की सीमाओं पर मौजूदा हालातों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास की कुछ भूलें ऐसी है जिनका नुकसान आज भी देश को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कवितामयी अंदाज में पूछा कि हिंदी-चीनी भाई का नारा दिया तो फिर हम पर हमला क्यों हुआ। वर्ष 1972 में जब हमने जीती हुई धरती वापस लौटा दी थी तो कारगिल क्यों हुआ? यह सब सवाल हैं जो कई सालों तक देश को झकझोरते रहेंगे।
चित्र से बनता है चित्त..
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि देश की आजादी में क्रांतिकारियों का जो योगदान है उसे भुलाया नहीं जा सकता। नई पीढ़ी इसे याद रखे इसके लिए जरूरी है कि हम उनके मन में हमारे क्रांतिकारियों के लिए सम्मान पैदा करें। उन्होंने फिर अपनी बात दोहराते हुए कहा कि हम अपने घर की बैठक में क्रांतिकारियों के चित्र लगायें जिससे हमारे बच्चे उनसे परिचित होंगे। उन्होंने कहा कि यह बकायदा सिद्ध हो चुका है कि आप के सामने जैसा चित्र होगा आपका चित्त वैसा ही बनेगा। कार्यक्रम के अध्यक्ष गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और विशेष अतिथि महापौर मालती राय ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे समय की जरूरत भी बतलाया। आरंभ में प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ. नवीन आनंद जोशी ने कहा कि शहीदों का सम्मान हमारा दायित्व है, शहीद परिवारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने की मंशा से यह आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि किसी मीडिया संस्था द्वारा इस तरह का पहली बार आयोजन किया गया है। आरंभ में मप्र प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ. नवीन आनंद जोशी,उपाध्यक्ष महेन्द्र शर्मा, सचिव रश्मि अग्रवाल, साधना न्यूज़ चैनल हेड अरुण सक्सेना,स्टेट हैड गौरव शर्मा, कार्यक्रम समन्वयक कनिका शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कला पत्रकार दीपक पगारे ने किया। आभार यशस्वी अग्रवाल ने माना।
इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में सेना के ललित रावत, प्रेमनारायण वर्मा, मोरसिंह धनगर, जितेन्द्र कुमार वर्मा, चंद्रभूषण अवस्थी, पुलिस के देवेन्द्र चंद्रवंशी,बद्री प्रताप सिंह,महेन्द्र सिंह ठाकुर, श्रीनिवास मीणा तथा जेल से भागने वाले सिमी आतंकियों की गोली का शिकार हुए रामशंकर यादव के परिजनों को सम्मानित किया गया।